Some of the functionalities will not work if javascript off. Please enable Javascript for it.
इतिहास एवं पृष्ठभूमि

इतिहास एवं पृष्ठभूमि

  • 	 इतिहास एवं पृष्ठभूमि
भारत सरकार द्वारा वर्ष 1967 में अनुसूचित जनजातियों के अन्तर्गत प्रदेश में कुल पांच जातियों थारु, बुक्सा, भोटिया, जौनसारी एवं राजी को सूचीबद्ध किया गया। वर्ष 2003 में भारत सरकार द्वारा प्रदेश में निम्नलिखित जातियों को अनुसूचित जनजातियों की श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया है। 2011 की जनगणना के आधार पर अनुसूचित जनजातियों की कुल जनसंख्या 1134273 है।
क्रम संख्या जाति जनपद जिनमें निवासरत हैं
  गोंड (धुरिया, नायक, ओझा, पठारी, राजगोंड) महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बस्ती, गोरखपुर, देवरिया, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, मिर्जापुर एवं सोनभद्र
  खरवार/खैरवार देवरिया, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी एवं सोनभद्र
   सहरिया ललितपुर
  परहिय सोनभद्र
  बैगा सोनभद्र
  पंखा, पनिक सोनभद्र एवं मिर्जापुर
  अगरिया सोनभद्र
  पटारी सोनभद्र
  चेरो सोनभद्र एवं वाराणसी
  भुइया, भुनिया सोनभद्र
वर्ष 1984-1985 तक इन अनुसूचित जनजातियों के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक उत्थान के विभिन्न कार्यक्रम/योजनाओं को समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जाता था, तत्पश्चात् जनजाति विकास निदेशालय द्वारा किया जा रहा है।