जनजाति विकास विभाग के बारे में
भारत सरकार द्वारा वर्ष 1967 में अनुसूचित जनजातियों के अन्तर्गत प्रदेश में कुल पांच जातियों थारु, बुक्सा, भोटिया, जौनसारी एवं राजी को सूचीबद्ध किया गया। वर्ष 2003 में भारत सरकार द्वारा प्रदेश में विभिन्न जातियों को अनुसूचित जनजातियों की श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया है। 2011 की जनगणना के आधार पर अनुसूचित जनजातियों की कुल संख्या 1134273 है।